tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post188329013830240148..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: ४. अच्छा मौसम आने वाला हैनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-70872925048373791712011-04-07T12:18:23.112+04:002011-04-07T12:18:23.112+04:00कानाफूसी हर झोंके में
दीवारों के कान जगे
हर आहट पर...कानाफूसी हर झोंके में<br />दीवारों के कान जगे<br />हर आहट पर पीछा करता<br />हो कोई शैतान, लगे<br /><br />फूलों की मादक सुगंध में<br />लहरों में मत खो जाना<br />चुप रहना जब मुश्किल होगा,<br />वो दिन आने वाला है.....सुभाष रायnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-19983191636520194372011-04-06T17:50:41.290+04:002011-04-06T17:50:41.290+04:00मन केरल की
मृगनयनी
आँखों में खोया
थका हुआ
चेहरा सा...मन केरल की<br />मृगनयनी<br />आँखों में खोया<br />थका हुआ<br />चेहरा सागर<br />लहरों ने धोया<br />कोई काट<br />चिकोटी हमें<br />सताने वाला है <br />sunder geet<br />badhai<br />rachanarachananoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-24052463572258458342011-04-06T17:49:48.056+04:002011-04-06T17:49:48.056+04:00तुषार जी,
इस आशावादी नवगीत के लिये बधाई! अन्तिम बन...तुषार जी,<br />इस आशावादी नवगीत के लिये बधाई! अन्तिम बन्द विशेष रूप से अच्छा लगा।अमिताभ त्रिपाठी ’ अमित’https://www.blogger.com/profile/12844841063639029117noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-50153413345209586822011-04-06T10:23:05.817+04:002011-04-06T10:23:05.817+04:00*हरे-भरे गंगल में आ कर हिरण बस रहा है................*हरे-भरे गंगल में आ कर हिरण बस रहा है...............आधा गिलास भरा हुआ<br />*कोई देकर अपना हाथ..................चेतना को जाग्रत करती पंक्ति<br />*केरल की मृगनयनी आँखें................... क्या बात है सर जी, बहुत ही खूब भाव चित्रण<br /><br />बधाई तुषार जी, आपके नवगीतों को पढ़ना वाकई सुखद अनुभव होता है| आप के नवगीतों से हम लोग काफ़ी कुछ सीख सकते हैं|<br />आपका समस्या पूर्ति ब्लॉग पर स्वागत है:-<br />http://samasyapoorti.blogspot.com/2011/04/blog-post.htmlwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-28756689366208075472011-04-05T23:21:04.893+04:002011-04-05T23:21:04.893+04:00आदरणीय कुमार रवीन्द्र जी सहित अन्य सभी दोस्तों का ...आदरणीय कुमार रवीन्द्र जी सहित अन्य सभी दोस्तों का आभार |यह गीत बहुत जल्दी में लिखना पड़ा था पूर्णिमा जी के डर से फिर भी आप सभी ने इसे सराहा यह आपकी महानता है |आभारजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-44791492269122235622011-04-05T22:40:45.530+04:002011-04-05T22:40:45.530+04:00ओम प्रकाश जी की बातों से सहमत हूँ। ठंडी हवा का झों...ओम प्रकाश जी की बातों से सहमत हूँ। ठंडी हवा का झोंका सुहाना लगा। बधाई !suruchihttps://www.blogger.com/profile/17510455285961103373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-89937851381405991092011-04-05T14:07:06.074+04:002011-04-05T14:07:06.074+04:00आपक़े बिम्ब
विशेष रूप से अच्छे लगे....
मनोहारी नव...आपक़े बिम्ब <br />विशेष रूप से अच्छे लगे....<br />मनोहारी नवगीत के लियें <br />तुषार जी ! ......आभार और बधाई....गीता पंडितhttps://www.blogger.com/profile/17911453195392486063noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-37959838049603444772011-04-05T12:49:28.432+04:002011-04-05T12:49:28.432+04:00bahut sundar navgeet haibahut sundar navgeet haiकबीर कुटी - कमलेश कुमार दीवानhttps://www.blogger.com/profile/15885065966350572216noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-68434902836397104342011-04-05T12:25:52.557+04:002011-04-05T12:25:52.557+04:00तुषार जी, इस श्रृंखला के पहले तीन नवगीतों में राजन...तुषार जी, इस श्रृंखला के पहले तीन नवगीतों में राजनीतिक - सामाजिक कटाक्ष के बाद आपका नवगीत ठंडी हवा का झोंका जैसा लगा । बधाई । - ओमप्रकाश तिवारीओमप्रकाश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/13888234968041677418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-1816429695911982702011-04-05T09:13:26.470+04:002011-04-05T09:13:26.470+04:00सुंदर प्रेरणादायक नवगीत, जय कृष्ण राय जी सचमुच सिद...सुंदर प्रेरणादायक नवगीत, जय कृष्ण राय जी सचमुच सिद्धहस्त नवगीतकार हैं। बहुत बहुत बधाई‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-67790195516772196562011-04-05T08:17:24.841+04:002011-04-05T08:17:24.841+04:00शानदार नवगीत के लिए बहुत बहुत बधाईशानदार नवगीत के लिए बहुत बहुत बधाईअवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-40110720523798251972011-04-05T07:59:47.758+04:002011-04-05T07:59:47.758+04:00तुषार भाई / 'मन केरल की मृगनयनी आँखों में खोया...तुषार भाई / 'मन केरल की मृगनयनी आँखों में खोया' - हाँ, यही तो है आज के नवगीत की कहन का अंदाज़ | साधुवाद ! बनाये रखें इस अंदाज़ को | <br />कुमार रवीन्द्रKumar Ravindrahttps://www.blogger.com/profile/11831047873400154921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-14847644601949291752011-04-05T07:39:57.725+04:002011-04-05T07:39:57.725+04:00प्रेम का समाचार देता हुआ बहुत सुन्दर गीत| तुषार जी...प्रेम का समाचार देता हुआ बहुत सुन्दर गीत| तुषार जी आपको बधाई|राणा प्रताप सिंह (Rana Pratap Singh)https://www.blogger.com/profile/17152336988382481047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-31879759752171749592011-04-05T00:46:00.171+04:002011-04-05T00:46:00.171+04:00कोई काट चिकोटी हमें सताने वाला है ....
वाह वाह क्...कोई काट चिकोटी हमें सताने वाला है ....<br /><br />वाह वाह क्या बात है <br />तुषार जी,<br />प्रेम के बहुत सुन्दर रंग भर दिए आपने <br /><br />लाजवाब नवगीत के लिए बहुत बहुत बधाई <br />-- <br />आपका वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.com