tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post3803081691684963994..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: ५. आने वाले स्वागतनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-43244787289925426842012-04-05T18:01:28.545+04:002012-04-05T18:01:28.545+04:00नवगीत के शिल्प को नव आयाम देता, सटीक शब्द-चयन, सम्...नवगीत के शिल्प को नव आयाम देता, सटीक शब्द-चयन, सम्यक प्रतीक एवं सार्थक बिम्बों से संपन्न इस नवगीत हेतु हार्दिक बधाई.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-5970555207665446502012-04-03T11:33:25.912+04:002012-04-03T11:33:25.912+04:00लिखते : हाँ जी टिप्पणी
आशावादी गीत पत्रात्मक शैली...लिखते : हाँ जी टिप्पणी <br />आशावादी गीत पत्रात्मक शैली का अद्भुत प्रयोग है .<br />प्रकृति के चित्रात्मक चित्रण सुंदर है .<br /><br />लिखते : आपको बधाई .<br /><br />मंजु गुप्ता <br />वाशी , नवी मुम्बई .<br />भारत .Manju Guptahttps://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-34682572017823705062012-03-30T19:11:54.725+04:002012-03-30T19:11:54.725+04:00ख़त लिखना- फागुनी बतास जब खुले !
हाँ, लिखना- दूध म...ख़त लिखना- फागुनी बतास जब खुले !<br />हाँ, लिखना- दूध में गुलाल जब घुले !<br />लिखना जी : फूले जब हरसिंगार...<br />शुक्रिया !<br /> नए अंदाज का नवगीत<br />अति सुंदरRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-90313719853808342612012-03-27T08:59:41.457+04:002012-03-27T08:59:41.457+04:00पत्र लिखने की लुप्त होती परंपरा के समय में यह अनुर...पत्र लिखने की लुप्त होती परंपरा के समय में यह अनुरोध भरा गीत बहुत ही अच्छा लगा उस पर प्रकृति का सौन्दर्य ...विविधता लिए...अतिसुन्दर.Jyotirmaihttps://www.blogger.com/profile/00147605267018083497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-69810627269988688522012-03-27T04:31:12.947+04:002012-03-27T04:31:12.947+04:00आदरणीय शलभ जी,
ख़त लिखना- फागुनी बतास जब खुले !
हा...आदरणीय शलभ जी,<br />ख़त लिखना- फागुनी बतास जब खुले !<br />हाँ, लिखना- दूध में गुलाल जब घुले !<br />लिखना जी : फूले जब हरसिंगार<br /><br />पहली बार इस अंदाज़ में लिखा नवगीत पढ़ा | धन्यवाद|<br /><br />शशि पाधाशशि पाधाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-58585720666570872852012-03-26T08:13:51.363+04:002012-03-26T08:13:51.363+04:00लिखना : पोखर-तीरे हंस युग्म का होना ।
किरणों सिरहा...लिखना : पोखर-तीरे हंस युग्म का होना ।<br />किरणों सिरहाने रखकर लहरों का सोना ।<br />सुन्दर गीत के लिये शलभ श्रीराम जी को बहुत बहुत बधाई<br />धन्यवाद<br />विमल कुमार हेड़ा।विमल कुमार हेड़ा।noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-15359308378072394212012-03-25T15:37:51.000+04:002012-03-25T15:37:51.000+04:00बहुत सुंदर नवगीत है ये शलभ श्रीराम सिंह जी का। उन्...बहुत सुंदर नवगीत है ये शलभ श्रीराम सिंह जी का। उन्हें तो जितनी बार पढ़ो मन नहीं भरता।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-78147914805807436932012-03-25T15:09:34.817+04:002012-03-25T15:09:34.817+04:00madhu maas mai uchal ..likhna.sundar geet haimadhu maas mai uchal ..likhna.sundar geet haiकबीर कुटी - कमलेश कुमार दीवानhttps://www.blogger.com/profile/15885065966350572216noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-87261460090614927382012-03-25T11:14:16.626+04:002012-03-25T11:14:16.626+04:00बौर लगे आमों का हाल चाल भी लिखना !
मधु मासे बौने म...बौर लगे आमों का हाल चाल भी लिखना !<br />मधु मासे बौने मन की उछाल भी लिखना !<br />बहुत अच्छा गीत है ...पाती लिखने का निवेदन भा गया ...बधाई शलभ श्री राम जीसंध्या सिंहhttps://www.blogger.com/profile/11549759811338829461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-53565054866317720112012-03-25T08:50:38.461+04:002012-03-25T08:50:38.461+04:00आभार भाई जी ।आभार भाई जी ।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com