tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post4286673186928041328..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: १३. मेघ बरसो रे : कमलेशकुमार दीवाननवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-66050436561163823782010-10-03T07:16:39.886+04:002010-10-03T07:16:39.886+04:00सुन्दर नवगीत के लिए बधाई।सुन्दर नवगीत के लिए बधाई।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-26362485075218340532010-10-03T05:28:30.858+04:002010-10-03T05:28:30.858+04:00सुंदर है.
बधाई.सुंदर है. <br />बधाई.sharda monga (aroma)https://www.blogger.com/profile/02838238451888739255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-75459490154231662862010-10-01T15:56:40.067+04:002010-10-01T15:56:40.067+04:00दीवानजी छोटे किन्तु सरस व सुमधुर “ाब्द संयोजन में ...दीवानजी छोटे किन्तु सरस व सुमधुर “ाब्द संयोजन में आपकी दीवानगी देखते ही बनती है<br />सच कहूं तो हम भी आपके दीवाने हो गए हैं । क्या रखना चाहेंगे पपीहे की तरह अपने दीवानों की सूचि में मेरा नाम यदि हां तो फिर देर किस बात की। फिलहाल तो बधाई स्वीकार हो।mandalsshttps://www.blogger.com/profile/18435280180094938316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-32366294178189813032010-10-01T06:46:26.876+04:002010-10-01T06:46:26.876+04:00कमलेश जी!
एक नए कथ्य को समाविष्ट करता अच्छा नवगीत ...कमलेश जी!<br />एक नए कथ्य को समाविष्ट करता अच्छा नवगीत है. बधाई.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.com