tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post4722545209549635855..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: १६. आज के यही समाचार हैंनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-89376986827827527302011-04-25T10:11:08.962+04:002011-04-25T10:11:08.962+04:00धर्मेन्द्र भाई, अदरणीया संगीता जी, सुरुचि जी, रचना...धर्मेन्द्र भाई, अदरणीया संगीता जी, सुरुचि जी, रचना जी एवम् संतोष जी <br /> सराहना के लिए सहृदय आभारwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-39627613605953599362011-04-25T10:08:53.319+04:002011-04-25T10:08:53.319+04:00आदरणीय सलिल जी मैने आप के द्वारा चिन्हित किए गये श...आदरणीय सलिल जी मैने आप के द्वारा चिन्हित किए गये शब्द विन्यास और उस के बारे में आप के द्वारा लक्षित आपत्ति सूत्रों के साथ साथ आप के द्वारा प्रदत्त अमृत तुल्य परामर्श को अपनी मस्तिष्क की सूक्ष्म शिराओं में प्रवेश करा दिया है| आप का यह उदबोधन [क्षमा करें 'द' के नीचे 'हलन्त' नहीं आ पा रहा] अनेक इच्छुक शोधार्थियों के लिए लाभ का मार्ग प्रशस्त करेगा| बहुत बहुत आभार आचार्य जी|<br /><br />परन्तु ये मैं ज़रूर कहना चाहूँगा कि मैं काव्य के किसी भी प्रारूप में भाषाई आरक्षण को स्वीकार नहीं कर पाता|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-15068561234700034152011-04-25T09:42:51.882+04:002011-04-25T09:42:51.882+04:00कुछ नए शब्द प्रयोगों के साथ यह नवगीत सामाजिक सरोका...कुछ नए शब्द प्रयोगों के साथ यह नवगीत सामाजिक सरोकारों की ओर दृष्टि आकर्षित करने में सफल रहा है। नवीन जी दिन पर दिन नए सोपानों की ओर बढ़ रहे हैं। बधाईsuruchihttps://www.blogger.com/profile/17510455285961103373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-91522974356211583392011-04-24T15:15:26.253+04:002011-04-24T15:15:26.253+04:00गीत का भाव पक्ष सशक्त है. हहाकार, गुन्हागार, ज्यू...गीत का भाव पक्ष सशक्त है. हहाकार, गुन्हागार, ज्यूँ, संठ आदि शब्द शब्द कोष में नहीं हैं.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-61080902935102355222011-04-19T19:45:24.157+04:002011-04-19T19:45:24.157+04:00बहुत खूब सुन्दर पोस्ट के लिए
बधाई ......बहुत खूब सुन्दर पोस्ट के लिए<br />बधाई ......Santosh Pidhaulihttps://www.blogger.com/profile/08575692937513862747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-3674030240782493482011-04-19T18:12:13.819+04:002011-04-19T18:12:13.819+04:00डिग्रियाँ बनीं फाँस कंठ की
आज सब सुनें बात संठ की
...डिग्रियाँ बनीं फाँस कंठ की<br />आज सब सुनें बात संठ की<br />लुप्त हो रही जाति लंठ की<br />सुप्तप्राय से सरोकार हैं<br />आज के यही समाचार हैं<br />सुंदर नवगीत के लिए बधाईrachananoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-55752324891480333562011-04-17T15:40:35.460+04:002011-04-17T15:40:35.460+04:00सटीक नवगीतसटीक नवगीतसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-18184990198215513012011-04-17T09:34:12.215+04:002011-04-17T09:34:12.215+04:00नवीन जी सुंदर नवगीत के लिए बधाई स्वीकार करें।नवीन जी सुंदर नवगीत के लिए बधाई स्वीकार करें।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.com