tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post6621668860873060702..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: ३- तेरी याद सताएनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-51380625625775463622010-01-19T23:32:52.991+04:002010-01-19T23:32:52.991+04:00द्वारे सजी रंगोली रह-रह
मुझसे करे ठिठोली,
बूंद ओस ...द्वारे सजी रंगोली रह-रह<br />मुझसे करे ठिठोली,<br />बूंद ओस की झूल रही है,<br />पाती-पाती डोली।<br /><br />सुंदर विरहगीत... बधाई..<br /><br />दीपिका जोशी'संध्या'दीपिका जोशी 'संध्या'https://www.blogger.com/profile/12808052661092589035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-54486002111774056392010-01-06T20:45:14.403+04:002010-01-06T20:45:14.403+04:00रचना मन को छू गयी... बिम्बों में अछूतापन तथा भाषा ...रचना मन को छू गयी... बिम्बों में अछूतापन तथा भाषा में ताताकापन हो तो सोने में सुहागा होगा.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-42697202673061164292010-01-06T06:16:33.418+04:002010-01-06T06:16:33.418+04:00मनोज जी,
मन भावनी परिकल्पना तथा सुन्दर रचना के लि...मनोज जी,<br /><br />मन भावनी परिकल्पना तथा सुन्दर रचना के लिये बधाई स्वीकार करें<br /><br />शशि पाधाशशि पाधाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-76531721600125915562010-01-03T14:23:13.107+04:002010-01-03T14:23:13.107+04:00बहुत सुन्दर पंक्तियाँ हैं, नवगीत में इस तरह के शब्...बहुत सुन्दर पंक्तियाँ हैं, नवगीत में इस तरह के शब्द चित्र उसे अमरत्व प्रदान करते हैं...... वधाई आपको......<br />" बूंद ओस की झूल रही है,<br />पाती-पाती डोली।" डॅा. व्योमhttps://www.blogger.com/profile/10667912738409199754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-28275414557075584952010-01-01T20:54:24.783+04:002010-01-01T20:54:24.783+04:00Mukta Pathak,
Being ANONYMOUS, you should not dis...Mukta Pathak, <br />Being ANONYMOUS, you should not disclose your identity.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-32527445196949903892010-01-01T15:59:51.662+04:002010-01-01T15:59:51.662+04:00मनभावन नवगीत!
जाओ बीते वर्ष
नए वर्ष की नई सुबह म...मनभावन नवगीत!<br /><br /><a href="http://saraspaayas.blogspot.com/2009/12/blog-post.html" rel="nofollow">जाओ बीते वर्ष</a><br /><br /><a href="http://rachanakar.blogspot.com/2008/12/blog-post_11.html" rel="nofollow">नए वर्ष की नई सुबह में</a><br /><br /><a href="http://saraspaayas.blogspot.com/2010/01/blog-post.html" rel="nofollow">महके हृदय तुम्हारा!</a>रावेंद्रकुमार रविhttps://www.blogger.com/profile/15333328856904291371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-12265300946072286312009-12-31T21:30:36.386+04:002009-12-31T21:30:36.386+04:00मनोज जी गीत बढ़िया रहा। लय ताल में है लेकिन नवगीत ...मनोज जी गीत बढ़िया रहा। लय ताल में है लेकिन नवगीत में जिस नए बिम्ब, नए छंद, नए कथन की अपेक्षा की जाती है वह कमी बनी रही। आशा है निरंतर अभ्यास से दूर हो जाएगी।<br /><br />मुक्ता पाठकAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-24881687084585656262009-12-31T11:43:38.829+04:002009-12-31T11:43:38.829+04:00अपने मनोभावों को बहुत सुन्दर शब्द दिए हैं। बधाई।
...अपने मनोभावों को बहुत सुन्दर शब्द दिए हैं। बधाई।<br /><br />.आप को तथा आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-27599383983673150152009-12-31T11:33:29.222+04:002009-12-31T11:33:29.222+04:00प्रकृति का मानवीकरण बेहद रोचक लगा.प्रकृति का मानवीकरण बेहद रोचक लगा.करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-16347598730507615932009-12-31T08:29:45.144+04:002009-12-31T08:29:45.144+04:00मनोज,जी, 'सूरज को गहन लगा' सुंदर कल्पना है...मनोज,जी, 'सूरज को गहन लगा' सुंदर कल्पना है. सरदी के इस मौसम में<br />उनकी याद सताए , 'खिले धूप, यदि छटे कुहासा' व मधुर मिलन की मनोकामना स्वाभाविक है.<br />बधाई.sharda monga (aroma)https://www.blogger.com/profile/02838238451888739255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-88179284471269856162009-12-31T07:22:34.658+04:002009-12-31T07:22:34.658+04:00शब्द संयोजन और बेहतर भाव-प्रवाह के साथ एक खूबसूरत ...शब्द संयोजन और बेहतर भाव-प्रवाह के साथ एक खूबसूरत रचना। बहुत खूब। कोशिश रहेगी कि इस पाठशाला का एक नियमित छात्र बनूँ।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन<br />09955373288<br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-27714279003450839832009-12-31T06:41:03.350+04:002009-12-31T06:41:03.350+04:00बहुत-बहुत धन्यवाद
आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामन...बहुत-बहुत धन्यवाद <br />आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com