tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post7308836257628851062..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: ०६. महका मननवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-11008245031450260352010-11-07T09:09:10.088+04:002010-11-07T09:09:10.088+04:00सुन्दर नवगीत, बधाई।सुन्दर नवगीत, बधाई।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-85940215693859151382010-11-03T15:57:00.637+04:002010-11-03T15:57:00.637+04:00मिल गई पर्यावरण को
शुद्ध आक्सीजन
इस तरह से कुछ हुआ...मिल गई पर्यावरण को<br />शुद्ध आक्सीजन<br />इस तरह से कुछ हुआ<br />ॠतु-चक्र परिवर्तन<br />डूबकर स्वप्निल <br />सुरा-सरि आज <br />बहका मन<br />--<br />पं. गिरिमोहन गुरु जी बहुत खूब.हार्दिक स्वागत और बधाईmandalsshttps://www.blogger.com/profile/18435280180094938316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-16159043152401702832010-10-30T19:38:57.528+04:002010-10-30T19:38:57.528+04:00सिलबटें कम की समय ने
एक ठंडक पी
लहलहाने लगा उर का
...सिलबटें कम की समय ने<br />एक ठंडक पी<br />लहलहाने लगा उर का<br />विपिन दंडक भी<br />मुदित चिड़ियों-सा<br />प्रकृति के साथ<br />चहका मन<br />bahut sunder <br />saader<br />rachanarachananoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-79251263431696479142010-10-28T19:33:47.973+04:002010-10-28T19:33:47.973+04:00गुरु जी!
सादर नमन.
सिलबटें कम की समय ने
एक ठंडक प...गुरु जी!<br />सादर नमन.<br /><br />सिलबटें कम की समय ने<br />एक ठंडक पी<br />लहलहाने लगा उर का<br />विपिन दंडक भी<br />मुदित चिड़ियों-सा<br />प्रकृति के साथ<br />चहका मन<br /><br />बहुत खूब. विपिन दंडक में ठंडक के दिन आरहे हैं और आपने अग्रिम ही उसका स्वागत कर दिया. साधुवाद. आपका नवगीत उअत्तम न होगा तो किसका होगा.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.com