tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post8235831337578787946..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: १७. समाचार हैनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-31407816024695944542011-04-25T09:40:18.209+04:002011-04-25T09:40:18.209+04:00क्या खूब लिखा है राणा प्रताप जी आपकी रचनाएँ अच्छी ...क्या खूब लिखा है राणा प्रताप जी आपकी रचनाएँ अच्छी लगती है। पाठशाला में अपनी उपस्थिति बनाए रखें। बधाई और शुभकामनाएँ-गीता पंडित से सहमत हूँ <br /><br />तारकोल की महक उडी है<br />फुलमतिया भी वहीँ खड़ी है <br />सड़क किनारे<br />साडी वाला पलना डाला है<br /><br />इन पंक्तियों में बहुत सजीव चित्रण हुआ है फुलमतिया का।suruchihttps://www.blogger.com/profile/17510455285961103373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-67040326028824941022011-04-24T15:16:22.898+04:002011-04-24T15:16:22.898+04:00अच्छी रचना.अच्छी रचना.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-69062244842850791252011-04-18T22:15:41.810+04:002011-04-18T22:15:41.810+04:00तारकोल की महक उडी है
फुलमतिया भी वहीँ खड़ी है
सड़...तारकोल की महक उडी है<br />फुलमतिया भी वहीँ खड़ी है <br />सड़क किनारे<br />साडी वाला पलना डाला है<br /><br /><br /><br />वाह...वाह....<br />बहुत सुंदर चित्रात्मक प्रस्तुति....<br /><br />.आभार राणा जी...गीता पंडितhttps://www.blogger.com/profile/17911453195392486063noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-61880008639547661332011-04-18T20:00:56.044+04:002011-04-18T20:00:56.044+04:00वाह! भाई राणा जी,
तारकोल की महक उडी है
फुलमतिया भी...वाह! भाई राणा जी,<br />तारकोल की महक उडी है<br />फुलमतिया भी वहीँ खड़ी है<br />सड़क किनारे<br />साडी वाला पलना डाला है<br />चित्र उपस्थित कर दिया है आपने<br />बधाई!<br />सादरअमिताभ त्रिपाठी ’ अमित’https://www.blogger.com/profile/12844841063639029117noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-63998479107132497842011-04-18T19:05:36.168+04:002011-04-18T19:05:36.168+04:00बहुत सुन्दर रचना!
हम भी उस अच्छे मौसम की आस लगाए ह...बहुत सुन्दर रचना!<br />हम भी उस अच्छे मौसम की आस लगाए हुए हैं!<br />भगवान हनुमान जयंती पर आपको हार्दिक शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-62162556548385559922011-04-18T18:35:08.860+04:002011-04-18T18:35:08.860+04:00राणा जी को इस सुंदर गीत के लिए बधाई।राणा जी को इस सुंदर गीत के लिए बधाई।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-73805444537522423302011-04-18T13:16:39.573+04:002011-04-18T13:16:39.573+04:00खूबसूरत नवगीत आर पी| बहुत बहुत बधाई|
सड़क किनारे ...खूबसूरत नवगीत आर पी| बहुत बहुत बधाई| <br />सड़क किनारे पलना डाला.............<br />बाहर गोरा भीतर काला.............<br />चाय पकौड़े दाना पानी ........<br />बहुत ही सुंदर शब्द चयन और प्रत्यक्ष सम्प्रेषण|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.com