tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post8644758602289478273..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: १४- हिम नदी में कूदकरनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-91421570632608696922010-01-20T17:21:25.203+04:002010-01-20T17:21:25.203+04:00हिम नदी में कूदकर मौसम
इन दिनों ज्यों स्नान करता ह...हिम नदी में कूदकर मौसम<br />इन दिनों ज्यों स्नान करता है<br /> बहुत सुन्दर और सजीव कल्पना है इन पँक्त्तियों में।<br />मधुर गीत के लिये धन्यवाद ।<br /><br />शशि पाधाशशि पाधाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-63919770326686330852010-01-19T16:42:30.853+04:002010-01-19T16:42:30.853+04:00हिम नदी में कूदकर मौसम
इन दिनों ज्यों स्नान करता ह...हिम नदी में कूदकर मौसम<br />इन दिनों ज्यों स्नान करता है<br /><br />ऐसी कवि की कल्पना के क्या कहने.....<br />बढ़िया...<br /><br />दीपिका जोशी 'संध्या'दीपिका जोशी 'संध्या'https://www.blogger.com/profile/12808052661092589035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-21744159585897996502010-01-17T11:20:38.547+04:002010-01-17T11:20:38.547+04:00शीत का ऐलान करना/ सूर्य का गले में मफलर बंधना/ और ...शीत का ऐलान करना/ सूर्य का गले में मफलर बंधना/ और मौसम का हिम नदी में स्नान करने की कल्पना <br />अति सुंदर कल्पना है. Thank you.sharda monga (aroma)https://www.blogger.com/profile/02838238451888739255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-450656063379889832010-01-16T12:22:54.835+04:002010-01-16T12:22:54.835+04:00बहुत मधुर शब्द बहुत मधुर कल्पना... पाठशाला सार्थक ...बहुत मधुर शब्द बहुत मधुर कल्पना... पाठशाला सार्थक हो रही है।विनीता का चिट्ठाhttps://www.blogger.com/profile/10089696708728410209noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-73857392892112189032010-01-16T12:13:37.173+04:002010-01-16T12:13:37.173+04:00गिरिमोहन गुरु जी के पहले नवगीत की भाँति यह भी इस क...गिरिमोहन गुरु जी के पहले नवगीत की भाँति यह भी इस कार्यशाला की शोभा है। हिमनदी में कूद कर मौसम... बहुत सुंदर मानवीकरण किया है।suruchihttps://www.blogger.com/profile/17510455285961103373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-17416093019592397202010-01-15T21:44:14.061+04:002010-01-15T21:44:14.061+04:00एक बहुत ही अच्छा गीत.एक बहुत ही अच्छा गीत.मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-78337025542170276982010-01-15T21:44:05.864+04:002010-01-15T21:44:05.864+04:00सूर्य खुद मफलर गले में बाँध
शीत का ऐलान करता है
-...सूर्य खुद मफलर गले में बाँध<br />शीत का ऐलान करता है<br /><br />-- वाह क्या बिम्बात्मक कल्पना है |<br />बधाई |<br /><br />अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-323733918387517192010-01-15T21:31:13.091+04:002010-01-15T21:31:13.091+04:00'सलिल' नत शिर लेखनी ले हाथ
गिरि गुरु का म...'सलिल' नत शिर लेखनी ले हाथ <br />गिरि गुरु का मान करता है..<br />बिम्ब शैली शब्द भाव-प्रवाह <br />सत्य अनुपम, गान करता है..दिव्य नर्मदा divya narmadahttps://www.blogger.com/profile/17701696754825195443noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-31434759587346103542010-01-15T20:34:19.176+04:002010-01-15T20:34:19.176+04:00हिम सागर में डूब गया कुछ ऐसे मौसम -
भक्ति-भावना स...<b>हिम सागर में डूब गया कुछ ऐसे मौसम - <br />भक्ति-भावना से ज्यों कोई नहा रहा हो गंगा! <br />ऐसे में रच डाला भाई, गीत बहुत ही चंगा!!</b>रावेंद्रकुमार रविhttps://www.blogger.com/profile/15333328856904291371noreply@blogger.com