tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post8793275696599480792..comments2024-03-23T00:12:37.328+04:00Comments on नवगीत की पाठशाला: १६. आओ हम धूप वृक्ष काटेंनवगीत की पाठशालाhttp://www.blogger.com/profile/03110874292991767614noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-29155964485659865582012-06-17T11:43:05.981+04:002012-06-17T11:43:05.981+04:00'आओ हम धूप-वृक्ष काटें' - वही कालजयी चिर-प...'आओ हम धूप-वृक्ष काटें' - वही कालजयी चिर-परिचित पंक्तियाँ - एक बार फिर मन महमह हो गया| साधुवाद 'अनुभूति' परिवार को माहेश्वर भाई के इस नवगीत से नई पीढ़ी को मुखातिब करने के लिए|Kumar Ravindrahttps://www.blogger.com/profile/11831047873400154921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-76894519452011467742012-06-17T08:35:48.420+04:002012-06-17T08:35:48.420+04:00माहेश्वर जी के इस शानदार नवगीत को पढ़वाने के लिए नव...माहेश्वर जी के इस शानदार नवगीत को पढ़वाने के लिए नवगीत की पाठशाला का आभार‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8772772482860068162.post-92121209656036783592012-06-16T15:40:24.481+04:002012-06-16T15:40:24.481+04:00बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल रवि...बहुत अच्छी प्रस्तुति!<br />इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (17-06-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com