मित्रो,
होली का रंग इस बार पाठशाला में खूब जमा। कुछ नए लोग शामिल हुए और कुछ पुराने लोगों ने भी बेहतरीन रचनाएँ लिखीं। सबको होली की बधाई और शुभकामनाएँ। अब दो चार दिन तो होली में सब व्यस्त होंगे और कुछ भी करने का समय नहीं मिलेगा लेकिन उससे पहले ही हम नए विषय की घोषणा कर रहे हैं।
इस बार कार्यशाला- १५ का विषय है- समाचार हैं। समाचार हैं अच्छा मौसम आने वाला है..., या फिर समाचार हैं आज समंदर हो गया नाराज..., या फिर समाचार हैं जैसे कोई मूँग दले सीने पर... देखते हैं समाचारों के साथ हमारे रचनाकारों की कल्पना सच के सरोकारों को कहाँ ले जाती है। "हैं" अगर आपकी रचना में ठीक से समायोजित न हो तो केवल समाचार शब्द भी ले सकते हैं। रचना हमें देर से देर १० अप्रैल तक अवश्य मिल जानी चाहिये। रचनाओं का प्रकाशन १ अप्रैल से प्रारंभ कर रहे हैं। पता है- navgeetkipathshala@gmail.com
पूर्णिमा जी आप को और इस पाठशाला के सभी छोटे-बड़े-हमउम्र साहित्य रसिकों / रसिकाओं को होली की ढेरों शुभकामनाएँ|
जवाब देंहटाएंसच में गत कार्यशाला में नवगीतों के रंगों ने क्या खूब समा बाँधा था, इस साहित्यिक प्रयास के लिए आपका बारम्बार अभिनंदन करना चाहिए|
इस बार के विषय का शीर्षक भी काफ़ी सम-सामयिक है| होमवर्क करके जल्द ही हाज़िरी लगता हूँ|