25 नवंबर 2009

१२- दीप दान

दीपक दान
करें....

दीपक का आलोक
लोक में बांटें.
गहन टहनियाँ
अंधकार की छांटें.
खुद का जीवन दीप समान
करें....

बिना चाह के मिली
किसे हैं राहें.
आलस वालों के
हिस्से में आहें.
ज्योति पर्व है ज्योतिर्प्राण
करें...

पं० गिरिमोहन गुरु

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