22 अप्रैल 2011

२२. ताजे समाचार हैं नए समाचार हैं

ताजे समाचार हैं नए समाचार हैं

अति विचित्र सृष्टि की माया
देख समंदर क्यों उफनाया
अतिक्रमण अब नहीं सहेगा सागर भी तैयार है
ताजे समाचार अब नए समाचार हैं

धर्म-कर्म और न्यायशीलता
सच्चाई ईमान साथ में
जा पहुँचे फिर शब्दकोष में कर रहे विहार हैं
ताजे समाचार हैं नए समाचार हैं

कविगण छंदमुक्त के कायल
बंधन करते सबको घायल
पिंगल के पचड़े को छोड़ो मुक्त छंद भरमार हैं
ताजे समाचार हैं नए समाचार हैं


--अम्बरीष श्रीवास्तव
(सीतापुर)

5 टिप्‍पणियां:

  1. कविगण छंदमुक्त के कायल
    बंधन करते सबको घायल
    पिंगल के पचड़े को छोड़ो मुक्त छंद भरमार हैं
    ताजे समाचार हैं नए समाचार हैं

    bahut khoob

    sach kaha

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुंदर अम्बरीष जी, बधाई स्वीकार करें।

    जवाब देंहटाएं
  3. छंद की चिंता करता गीत मन को रुचा. बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  4. सामाजिक राजनैतिक सरोकारों को उठाता बढ़िया गीत। बधाई...

    जवाब देंहटाएं
  5. धर्म-कर्म और न्यायशीलता
    सच्चाई ईमान साथ में
    जा पहुँचे फिर शब्दकोष में कर रहे विहार हैं
    ताजे समाचार हैं नए समाचार हैं
    सुंदर गीत

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है। कृपया देवनागरी लिपि का ही प्रयोग करें।