खिलते हुए कनेर के फूल किसे आकर्षित नहीं करते! वे घरों की चारदीवारी पर कोमल फुलझरियों की तरह झूलते हैं, बगीचों में साल भर रंगों की पताकाएँ फहराते हैं और पूजा की थाली का मान बढ़ाते हैं। ऐसे सुंदर फूल पर आधारित है हमारी नयी कार्यशाला। रचना भेजने की अंतिम तिथि 10 जून है। लेकिन पहले आने वाली रचनाओं को इससे पहले भी प्रकाशित किया जा सकेगा। पता है- navgeetkipathshala@gmail.com
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