प्रहर, दिवस, मास, वर्ष बीते
जीवन का
कालकूट पीते
पूँछें उपलब्धियाँ हुईं
खेलते हुए साँप-सीढी
मन्त्रित, निस्तब्ध सो गयी
युद्ध - भूमि में युयुत्सु पीढी
कन्धों पर
ले निषंग रीते
खुद ही अज्ञातवास ओढ़ कर
धनंजय बृहन्नला हुआ
मछली फिर तेल पर टंगी है
धनुष पडा किन्तु अनछुआ
कौन इस
स्वयम्वर को जीते
जाने कैसा निदाघ तपता है
आग भर गयी श्यामल घन में
दावानल कौन बो गया
चीड, शाल, देवदारु - वन में
अकुलाये सिंह,
व्याघ्र, चीते!
--धनंजय सिंह.
गाजियाबाद
जीवन का
कालकूट पीते
पूँछें उपलब्धियाँ हुईं
खेलते हुए साँप-सीढी
मन्त्रित, निस्तब्ध सो गयी
युद्ध - भूमि में युयुत्सु पीढी
कन्धों पर
ले निषंग रीते
खुद ही अज्ञातवास ओढ़ कर
धनंजय बृहन्नला हुआ
मछली फिर तेल पर टंगी है
धनुष पडा किन्तु अनछुआ
कौन इस
स्वयम्वर को जीते
जाने कैसा निदाघ तपता है
आग भर गयी श्यामल घन में
दावानल कौन बो गया
चीड, शाल, देवदारु - वन में
अकुलाये सिंह,
व्याघ्र, चीते!
--धनंजय सिंह.
गाजियाबाद
पूँछें उपलब्धियाँ हुईं
जवाब देंहटाएंखेलते हुए साँप-सीढी
मन्त्रित, निस्तब्ध सो गयी
युद्ध - भूमि में युयुत्सु पीढी
कन्धों पर
ले निषंग रीते....बहुत झकझोरती पंक्तियाँ. बहुत सुन्दर नवगीत आ धनञ्जय जी का.
सचमुच उत्कृष्ट गीत ....कितना मुश्किल मुखडा.. .
जवाब देंहटाएंप्रहर, दिवस, मास, वर्ष बीते
जीवन का
कालकूट पीते..
और कितना सुन्दर निर्वाह .....ह्रदय से बधाई धनञ्जय जी को
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से नवजागृति प्रदान करनेवाला नवगीत प्रशंसनीय है.
जवाब देंहटाएंकालकूट पीने के समान ही तो
जवाब देंहटाएंहै यह जीवन का संघर्ष....।
जीवन का यथार्थ चित्रण करते नवगीत के लिए बधाई ।
बहुत अच्छा नवगीत है, वधाई
जवाब देंहटाएंइस शानदार नवगीत के लिए धनंजय जी को बधाई
जवाब देंहटाएंएक अनुपम नवगीत | बधाई आपको |
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर नवगीत के लिए धनंजय जी को हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंअकुलाये सिंह,
जवाब देंहटाएंव्याघ्र, चीते!
प्रहर, दिवस, मास, वर्ष बीते
जीवन का
कालकूट पीते
बहुत ही मोहक रचना. बधाई धनञ्जय जी.
पौराणिक प्रतीकों के साथ सुन्दर नवगीत धनञ्जय सिंह जी का.
जवाब देंहटाएंप्रहार वर्ष दिवस मास बीते
जीवन का
कालकूट पीते.
.......
युद्ध भूमि में युयुत्सु पीढ़ी
ले निषंग रीते.
क्या अंदाज़ है बयानी का. ..
खुद ही अज्ञातवास ओढ़
धनञ्जय ब्रहन्नला हुआ. ......
जाने कैसा निदाघ तपता है
आग भर गयी श्यामल घन में.
.....
अकुलाये सिंह व्याघ्र चीते.
खूबसूरत नवगीत.
बहुत सुंदर नवगीत ..
जवाब देंहटाएंबधाई आपको सर ..