चालक- पथ की
जीवन रथ की
लेकर नव भाषाएँ
आया है
नव वर्ष हमारा
जागीं सब आशाएँ
नये रंगों से
रंगी ज़िन्दगी
रंगोली-सी सोहे
सात सुरों से
सजा केशियो
जैसे तन-मन मोहे
चलो समय का
पहिया घूमा
बदलीं परिभाषाएँ!
फूल-फूल में
प्रेम बढ़ेगा
महकेगी फुलवारी
धूप-चाँदनी,
बरखे बरखा
लहकेगी हर क्यारी
झोली में
सबके फल होंगे-
पूरी अभिलाषाएँ!
--अवनीश सिंह चौहान
जीवन रथ की
लेकर नव भाषाएँ
आया है
नव वर्ष हमारा
जागीं सब आशाएँ
नये रंगों से
रंगी ज़िन्दगी
रंगोली-सी सोहे
सात सुरों से
सजा केशियो
जैसे तन-मन मोहे
चलो समय का
पहिया घूमा
बदलीं परिभाषाएँ!
फूल-फूल में
प्रेम बढ़ेगा
महकेगी फुलवारी
धूप-चाँदनी,
बरखे बरखा
लहकेगी हर क्यारी
झोली में
सबके फल होंगे-
पूरी अभिलाषाएँ!
--अवनीश सिंह चौहान
फूल-फूल में
प्रेम बढ़ेगा
महकेगी फुलवारी
धूप-चाँदनी,
बरखे बरखा
लहकेगी हर क्यारी
झोली में
सबके फल होंगे-
पूरी अभिलाषाएँ
सकारात्मक विचारों से ओतप्रोत सुंदर भावपूर्ण नवगीत
अश्विनी जी बधाई आपको
बहुत सुन्दर गीत अवनीश जी
जवाब देंहटाएंफूल-फूल में
प्रेम बढ़ेगा
महकेगी फुलवारी
धूप-चाँदनी,
बरखे बरखा
लहकेगी हर क्यारी
झोली में
सबके फल होंगे-
पूरी अभिलाषाएँ!......बहुत शुभ कल्पना...
बहुत सुंदर नवगीत लिखा है अवनीश जी ने, उन्हें बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंनववर्ष की सुन्दर भावनाओँ को जगाता नवगीत , हार्दिक बधाई अवनीश जी ।
जवाब देंहटाएंचलो समय का
जवाब देंहटाएंपहिया घूमा
बदलीं परिभाषाएँ! बहुत ही सुन्दर. सुन्दर नवगीत के लिये हार्दिक बधाई अवनीश जी.
बहुत सुंदर नवगीत अवनीश जी । बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंनये रंगों से
जवाब देंहटाएंरंगी ज़िन्दगी
रंगोली-सी सोहे
सात सुरों से
सजा केशियो
जैसे तन-मन मोहे
अच्छा अन्तर्विरोध... नवगीत का शिल्प?
सुंदर नवगीत अवनीश जी,बधाई।
जवाब देंहटाएं