4 मार्च 2013

कार्यशाला-२६ रंग की फुहारों में


फागुन का सौंदर्य हर ओर बिखरा हुआ है और होली आने को है। ऐसे मौसम में नवगीतों का विषय रंग से अलग भला क्या हो सकता है। जीवन के विविध रंगों के समेटे, फूलों के विविध रंगों के इस मौसम में, कैमिकल रंगों की फुहारों में डूबते हुए रंगबिरंगे नवगीतों का स्वागत है। रचना भेजने की अंतिम तिथि 15 मार्च है लेकिन रचनाएँ मिलते ही उन्हें पाठशाला में प्रकाशित करने का क्रम प्रारंभ हो जाएगा। चुनी हुई रचनाओं को अनुभूति के होली विशेषांक में स्थान मिलेगा। तो फिर देर किस बात की... पता है navgeetkipathshala@gmail.com  

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