मेरी भी पुकार
नव वर्ष जरा सुन लो
पुलकित मन हो
सरसित तन हो
मास खास हो
दिन विशेष हो
आलिंगन मदहोश निशा का
सुखदायी कर दो
मेरी भी पुकार
नव वर्ष जरा सुन लो
प्रमुदित मन हो
हर्षित जन हो
पल में हल हो
कल में बल हो
जीवन आँगन में वैभव की
अमरबेल बो दो
सत्यनारायण सिंह
(मुंबई)
नव वर्ष जरा सुन लो
पुलकित मन हो
सरसित तन हो
मास खास हो
दिन विशेष हो
आलिंगन मदहोश निशा का
सुखदायी कर दो
मेरी भी पुकार
नव वर्ष जरा सुन लो
प्रमुदित मन हो
हर्षित जन हो
पल में हल हो
कल में बल हो
जीवन आँगन में वैभव की
अमरबेल बो दो
सत्यनारायण सिंह
(मुंबई)
सत्यनारायण जी को नवगीत पर सार्थक प्रयास करता हुआ देख कर मन हर्षित है.
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएँ.
शुभ-शुभ
सादर धन्यवाद, आदरणीय इसे मैं आपकी प्रेरणा का ही प्रतिफल मानता हूँ. भविष्य में आपका स्नेह एवं आशीर्वाद यूँ ही बना रहे
हटाएंmeri bhi pukar suno achcha geet hai
जवाब देंहटाएंआदरणीय आपको नवगीत का प्रयास अच्छा लगा सादर धन्यवाद
हटाएंअति सुन्दर
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