बस इतना सा समाचार है
घूरे पर बैठा बच्चा
खाने को कुछ भी बीन रहा है
लगता है बिधना से लड़कर
अपना जीवन छीन रहा है
क्या इसको भी जीना कहते
आता मन में यह विचार है
बस इतना सा समाचार है
अपने बालों के झुरमुट से
जाने क्या वो खींच रही है
बूढ़ी दादी गिने झुर्रियाँ
गले मसूढे भींच रही है
जीने की इच्छा तो मृत है
मरने तक ज़िंदगी भार है
बस इतना सा समाचार है
बिटिया की शादी सर पर है
कैसे बेड़ा पार लगेगा
कुछ दहेज़ तो देना होगा
वरना सब बेकार लगेगा
रिश्तेदार कसेंगे ताने
अपनी बिटिया बनी भार है
बस इतना सा समाचार है
अब की बार फसल अच्छी हो
तो कुछ घर में काम कराऊँ
टपक रही झोपडी इसे भी
नए प्लास्टिक से ढंकवाऊँ
कई दिनों से खांस रहा हूँ
छोटी बिटिया को बुखार है
बस इतना सा समाचार है
शेषधर तिवारी
(इलाहाबाद)
बहुत सुंदर नवगीत है, मेरे विचार में इसका मुखड़ा "बस इतना सा समाचार है" होगा। तिवारी जी को बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंकई दिनों से खांस रहा हूँ
जवाब देंहटाएंछोटी बिटिया को बुखार है
बस इतना सा समाचार है
waah tivari ji
sundar bhaav piroye hain
बहुत ही बढ़िया गीत है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावना पूर्ण नवगीत| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंबस इतना ...!
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत ज्यादा है आँखे भिगो देने को
शानदार नवगीत... बधाई
बहुत अच्छी पंक्तियाँ हैँ और भाव सटीक और मजबूत हैँ...
जवाब देंहटाएंभाई शेष धर तिवारी जी का अद्भुत नवगीत| बहुत बहुत बधाई|
जवाब देंहटाएंशेषधर जी,
जवाब देंहटाएंजीवन के विविध मर्मस्पर्शी आयामों को स्पर्श करता हुआ आपका यह नवगीत अच्छा लगा।
सादर
अमित
घूरे पर बैठा बच्चा
जवाब देंहटाएंखाने को कुछ भी बीन रहा है
लगता है बिधना से लड़कर
अपना जीवन छीन रहा है
... ...
अपने बालों के झुरमुट से
जाने क्या वो खींच रही है
बूढ़ी दादी गिने झुर्रियाँ
गले मसूढे भींच रही है
हाँ, ऐसी ही पंक्तियाँ किसी गीत को नवगीत बनाती हैं| साधुवाद है भाई शेषधर तिवारी को एक श्रेष्ठ नवगीत हेतु | इस नवगीत पाठशाला की निश्चित ही यह एक उपलब्धि-रचना है|
कुमार रवीन्द्र
अब की बार फसल अच्छी हो
जवाब देंहटाएंतो कुछ घर में काम कराऊँ
टपक रही झोपडी इसे भी
नए प्लास्टिक से ढंकवाऊँ
कई दिनों से खांस रहा हूँ
छोटी बिटिया को बुखार है
बस इतना सा समाचार है
भाव पूर्ण नवगीत बधाई
आप सभी को उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद देता हूँ. कुमार रविन्द्र जी की ये पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएं"हाँ, ऐसी ही पंक्तियाँ किसी गीत को नवगीत बनाती हैं| साधुवाद है भाई शेषधर तिवारी को एक श्रेष्ठ नवगीत हेतु | इस नवगीत पाठशाला की निश्चित ही यह एक उपलब्धि-रचना है|" मेरे लिए पुरस्कार हैं.